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इकरारनामा सौदा बैय | agreement for sale land | भूमि बेचने का इकरारनामा |

 

इकरारनामा सौदा बय                                       स्टाम्प मु० 100 रुपये

मैं, _________________________________________(यहाँ जमीन मालिक का नाम व पता लिखे)  का हूँ | जो कि आराजी जरई खेवट/खाता न0 202/201, मुस्ततील न0 34, __________________________________कुल रकबा 10 कनाल 13 मरला का ____________भाग बाकदर 4 कनाल 0 मरला वाका मौज़ा ______________ का बजरिए जमाबंदी साल 2015-16 की रूह से मालिक काबिज हूँ | उपरोक्त भूमि हर प्रकार के भार से पाक साफ है | इस भूमि को आज से पहले किसी दीगर व्यक्ति को बेचने का कोई इकरारनामा, बैयनामा, पट्टानामा जुबानी व तहरीरी नहीं किया हुआ है | यह है कि मुझे बराये खर्चा खानगी अदायगी कर्जा रुपए की सख्त जरूरत है इसलिए मैंने आज दिन स्थिर बुद्धि व ठीक होश हवास मे बिला किसी दबाव व बहकावे के अपनी उपरोक्त भूमि को बेचने का इकरारनामा सौदा बैय बदले मु0 10,00,000/- रुपए (दस लाख रुपए) मे बाहक ________________(यहाँ भूमि खरीदने वाले का नाम लिखे) के साथ कर लिया है और अपनी सालिम रकम मे से मु0 2,00,000/- रुपए (दो लाख रुपए) आज रोज बतौर बयाना पैशगी रूबरू गवाहान खरीददार से एक मुश्त नगद घर पर वसूल पा लिए है बकाया मु0 8,00,000/- रुपए (आठ लाख रुपए) बावक्त बैयनामा प्राप्त करूंगा | यह कि रजिस्ट्री बैयनामा की आखरी म्याद दिनांक ____________मुकरर्र की गई है | यदि अंदर म्याद दिनांक ____________ तक मैं उपरोक्त भूमि की खरीददार के नाम रजिस्ट्री बैय नहीं कराऊंगा तो खरीददार को हक होगा की वह मेरे खिलाफ अदालत दिवानी मे दावा मुहायदा बैय दायर करके उपरोक्त भूमि की अपने नाम या अपने किसी नौमिनी के नाम रजिस्ट्री बैय करा सकता है | इस सूरत मे मैं खरीददार के तमाम हर्जा खर्चा व वापसी जरे बैय का जुम्मेवार रहूँगा और यदि अंदर म्याद खरीददार उपरोक्त भूमि की रजिस्ट्री बैय अपने नाम कराने से कासिर रहता है तो उसका जरे ब्याना पैशगी जब्त समझा जायेगा | यह कि खर्चा बैयनामा हर किस्म खरीददार के जिम्मे तय पाया है | यह कि इस इकरारनामा के हम फरीकैन व हमारे वारसान भी पाबंद व जुम्मेवार होंगे | अत: यह इकरारनामा सौदा बैय लिख दिया है ताकि सनद रहे वक्त जरूरत काम आवे | आज लिखित दिनांक _________|

गवाह न0 1                                               इकरारकर्ता      

 

 

         

गवाह न0 2                                               खरीददार

 





रशीद

 मैं, _______________________________________ का हूँ | जो कि आराजी जरई खेवट/खाता न0 202/201, मुस्ततील न0 34, __________________________________कुल रकबा 10 कनाल 13 मरला का ____________भाग बाकदर 4 कनाल 0 मरला वाका मौज़ा ______________ का बजरिए जमाबंदी साल 2015-16 की रूह से मालिक काबिज हूँ |  उपरोक्त भूमि हर प्रकार के भार से पाक साफ है | यह है कि मुझे बराये खर्चा खानगी अदायगी कर्जा रुपए की सख्त जरूरत है इसलिए मैंने आज दिन स्थिर बुद्धि व ठीक होश हवास मे बिला किसी दबाव व बहकावे के अपनी उपरोक्त भूमि कुल रकबा 4 कनाल को बेचने का इकरारनामा सौदा बैय बदले मु0 10,00,000/- रुपए (दस लाख रुपए) मे बाहक ___________________ के साथ कर लिया है और अपनी सालिम रकम मे से मु0 2,00,000/- रुपए (दो लाख रुपए) आज रोज दिनांक _____________बतौर बयाना पैशगी रूबरू गवाहान खरीददार से एक मुश्त नगद घर पर वसूल पा लिए है बकाया मु0 8,00,000/- रुपए (आठ लाख रुपए) बावक्त बैयनामा प्राप्त करूंगा | यह कि रजिस्ट्री बैयनामा की आखरी म्याद दिनांक ____________मुकरर्र की गई है |

दिनांक :-

गवाह न0 1                                                 इकरारकर्ता        

         

गवाह न0 2                                                 खरीददार

 

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