सेवा मे,
श्रीमान एस0 एच0 ओ0 साहब
थाना ________ |
विषय :- दरखास्त बराये किए जाने कानूनी कार्यवाही बाबत अवैध हथियारो के बल पर रास्ते मे घेरकर व घर मे घुसकर मारपीट करने व लूटपाट करने व घर मे तोड़फोड़ करने व जान से मारने की धमकी देने बारे
श्रीमान जी,
मैं प्रार्थी (शिकायतकर्ता अपना नाम व पता लिखे) का रहने वाला हूँ तथा दिनांक को मैं घर जा रहा था और जैसे ही मैं दोषी ___________के घर के पास गली/रास्ते मे पहुंचा तो वहाँ पर पहले से ही हममशवरा होकर बैठे दोषीगण (सभी दोषीगण का नाम व पता लिखे) अपने-2 हाथो मे अवैध हथियार लाठी-डंडा, फरसा, रोड, कट्टा, हॉकी आदि हथियारो से लैश होकर मुझ प्रार्थी पर अचानक टूट पड़े और मुझे घेर लिया और दोषीगणों ने मुझे पकड़ लिया | मैंने दोषीगणों से छूटने की कोशिश की तो दोषीगणों ने मेरे 11,200/- रुपए छीन लिए और छीनाझपटी मे दोषीगणों ने मेरी पहनी हुई जेकेट को भी छीन लिया | शोर सुनकर मेरा भाई _______________और गाँव के काफी लोग आ गए और दोषीगणों के चंगुल से छूटकर मैं घर भाग गया तो सारे दोषीगणों मुझे ललकारते हुये और गाली देते हुये मेरे पीछे-2 आ गए और मुझे और मेरी पत्नी व मेरी भाभी को घर मे घुसकर मारापीटा | जो दोषी ___________ने अपने हाथ मे ली हुई लोहे की रोड मेरे कंधे पर मारी तथा दोषी ___________ने अपने हाथ मे ली हुई लाठी मेरी पत्नी _________की कमर मे मारी तथा दोषी _________________ ने हाथ मे लिए हुये डंडा से मेरी पत्नी के सिर मे पीछे की तरफ मारा तथा दोषी __________ने अपने हाथ मे लिए हुये कट्टे की बट की होद मेरे भाई की पत्नी _____________के सीधी आँख के नीचे मारी तथा दोषी ____________ने अपने हाथ मे लिया हुआ फरसा उल्टी तरफ से ___________की कमर मे मारा | दोषीगण ________________________ने भी हमे लात घुसो, गिड़-पत्थरो से मारा पीटा तथा सभी दोषीगणों ने हमारे घर के बर्तन व लाइट के बल्ब व दरवाजो मे भी तोड़फोड़ की | बड़ी मुश्किल से हमे _______________व अन्य गाँव के लोगो ने दोषीगणों से बचाया | दोषीगण जाते-2 कह रहे थे कि अब तो तुम्हें बचा लिया है आइंदा मौका मिला तो तुम्हें जान से मार देंगे | अब तक मैं अपनी चोटों का इलाज करा रहा था अब दरखास्त देने आया हूँ |
इसलिए जनाब से निवेदन है कि दोषीगण के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कानूनी कार्यवाही की जाये | आपकी मेहरबानी होगी |
प्रार्थी
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